लखनऊ
पर्यावरण के साथ वीकेंड पर शहर में ही लेकिन थोड़ा दूर फुर्सत के क्षण ढूंढ़ने वालों के लिए नया ठिकाना बनने जा रहा है। इन्दिरा नहर के दोनों किनारों को भीतर की तरफ से संवारा जाएगा। शुरुआत जेल से लेकर नगराम, किसान पथ होते हुए मोहनलालगंज की सीमा के अंत तक 15 किलोमीटर में होगी। बाद में इसे 25 किलोमीटर तक ले जाया जाएगा।
दरअसल यह पूरी कोशिश पर्यावरण और नहर के आसपास के खेत खलिहानों को नुकसान से बचाने की है। योजना की खास बात यह है कि इसमें जिला प्रशासन न्यूनतम खर्च करेगा। आठ फुट के पौधे लगाने का कार्य वन विभाग करेगा। दूसरी तरफ किनारों पर सुरक्षा जाल, सुन्दरता के लिए पत्थर लगाने का कार्य सिंचाई विभाग करेगा। यह पूरी परियोजना एसडीएम मोहनलालगंज शुभी काकन ने तैयार की है। सोमवार को इसकी पहली बैठक होगी जिसके बाद कार्य शुरू किया जाएगा।
एसडीएम ने बताया कि इन्दिरा नगर के दोनों तटों पर जगह-जगह अवैध कटान की शिकायतें आ रही थीं। तेज बारिश में ये कटान आसपास के खेतों के लिए मुसीबत साबित हो रही हैं।
इसके अलावा दूसरे जिलों के कुछ लोग गैरकानूनी तौर पर मछली पकड़ने के लिए जाल बिछा रहे हैं। पुराने जाल नहर में छोड़ देते हैं। इससे पानी की धारा प्रभावित होती है। इन समस्याओं का समाधान नए तरीके से निकाला गया है। एक तरफ किनारे खूबसूरत होंगे तो लोगों की आवाजाही बनी रहेगी। सन्नाटे का लाभ उठा कर अवैध कार्य नहीं हो सकेंगे। किनारों पर लाखों की संख्या में अच्छे किस्म के पौधे लगाए जाएंगे जिससे भूजल स्तर सुधरेगा। अवैध कटान भी नहीं हो सकेगी।