नयी दिल्ली
दुनिया का सबसे बड़ा विज्ञापन समूह डब्ल्यूपीपी पीएलसी अमेरिकी बाजार नियामक प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (एसईसी) को विभिन्न उल्लंघनों के आरोपों के निपटान के लिए 1.9 करोड़ डॉलर का भुगतान करेगा। इसमें समूह की एक सहयोगी इकाई द्वारा विज्ञापन अनुबंधों के एवज में भारत सरकार के अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप भी शामिल है।
एसईसी ने डब्ल्यूपीपी के मामले के निपटान की पेशकश को स्वीकार करने संबंधी आदेश जारी करते कहा कि रिश्वतखोरी का मामला डब्ल्यूपीपी की भारत में अधिक हिस्सेदारी वाली उसकी सहयोगी इकाई से संबंधित है। इस सहयोगी इकाई ने बिचौलियों के माध्यम से भारतीय अधिकारियों को लाखों डॉलर की रिश्वत दी।
नियामक ने कहा, ‘भारतीय सहयोगी इकाई द्वारा रिश्वत देने से डब्ल्यूपीपी को अनुचित तरीके से 56,69,596 डॉलर का फायदा हुआ।’ एसईसी ने कहा कि इन निष्कर्षों को स्वीकार या स्वीकार किए बिना डब्ल्यूपीपी ने रिश्वतखोरी और विदेशी भ्रष्टाचार व्यवहार कानून (एफसीपीए) के उल्लंघन के मामले का निपटान करने की सहमति दी है। डब्ल्यूपीपी 1.01 करोड़ डॉलर की अवैध कमाई, 11 लाख डॉलर का पूर्वनिर्णय ब्याज और 80 लाख डॉलर का जुर्माना चुकाएगी।