चंडीगढ़
पंजाब कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद एकबार फिर से सियासी उथल-पुथल का दौर शुरू हो गया है। सिद्धू ने मंगलवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से अपना इस्तीफा दे दिया और ये बताया कि वो पंजाब के लिए समझौता करने के लिए तैयार नहीं हैं। सिद्धू के इस्तीफे के तुरंत बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए तो सभी को लगा कि वो शायद सिद्धू के इस्तीफे पर कुछ बोलेंगे, लेकिन उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें अभी इस बारे में जानकारी नहीं मिली है। चन्नी ने सिर्फ इतना जरूर कहा कि मुझे सिद्धू साहब पर पूरा भरोसा है।
आपको बता दें चन्नी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कृषि कानूनों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि ना सिर्फ पंजाब में बल्कि पूरे देश में किसानों की हालत हर दिन खराब होती जा रही है और केंद्र सरकार को कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा है। चन्नी ने कहा कि मैं पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में केंद्र से तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की अपील करना चाहता हूं। सीएम ने इस दौरान ये भी कहा कि अगर सरकार कानून वापस नहीं लेती है तो हम विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाएंगे, जिसमें कृषि कानून के खिलाफ एक प्रस्ताव लाया जाएगा।
आपको बता दें कि चरणजीत सिंह चन्नी भले ही सिद्धू के इस्तीफे पर कुछ ना बोले हों, लेकिन हकीकत यही है कि सिद्धू के इस्तीफे का कारण ही कहीं ना कहीं चन्नी और सिद्धू के बीच तालमेल की कमी है। चन्नी के सीएम बनाए जाने के बाद से कई फैसलों में सिद्धू की अनदेखी की गई, जिसकी वजह से सिद्धू खुद को साइलाइन महसूस कर रहे थे।