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बिहार: कांग्रेस को कन्हैया के रूप में मिला नया चेहरा, सीपीआई को खलेगी कमी

पटना
जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने से बिहार में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) को झटका लगा है। राजनीतिक हलकों में यह माना जा रहा है कि भाजपा विरोधी छवि व मुखर वक्ता के रूप में चर्चित कन्हैया कुमार कांग्रेस को लाभ पहुंचा सकते हैं। मूलत: बिहार के बेगूसराय के रहने वाले कन्हैया के कांग्रेस में आने का स्थानीय कांग्रेसी नेताओं ने भी स्वागत किया है। कन्हैया कुमार वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव बेगूसराय से भाजपा नेता गिरिराज सिंह के खिलाफ लड़ चुके हैं। हालांकि, कन्हैया यह चुनाव चार लाख 22 हजार मतों के बड़े अंतर से हार गए थे। मगर वह इस चुनाव को लेकर देशभर में चर्चा में रहे। सीपीआई के केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा कन्हैया को अधिक तवज्जो देना जहां सीपीआई की बिहार इकाई के कई नेताओं को रास नहीं आ रहा था, वहीं, कन्हैया भी खुद को यहां असहज महसूस कर रहे थे। इसके बावजूद पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ने बेगूसराय संसदीय क्षेत्र के अतिरिक्त राज्य में कन्हैया के जुझारू व संघर्षशील छवि को लेकर उन्हें प्रोत्साहित कर रहा था। लेकिन, अब कन्हैया के जाने के बाद भाषण देने के उनके आक्रामण अंदाज की कमी सीपीआई को खटकेगी। दूसरी ओर कांग्रेस में शामिल होने के बाद बिहार में कन्हैया के समर्थक छात्रों व युवाओं के गोलबंद होने की संभावना बढ़ गयी है। राष्ट्रीय पार्टी के रूप में कांग्रेस बिहार की सत्ता में लंबे समय तक शामिल रही है। युवा वोटरों को एकजुट करने में कांग्रेस कन्हैया का भरपूर इस्तेमाल करेगी। कन्हैया कुमार बचपन से वाम विचारधारा के साथ आगे बढे हैं और वे अपने विरोधियों को भी शालीन तरीके से जबाव देते हैं। उनकी छवि छात्र नेता व कुशल वक्ता की रही है। वे छात्र जीवन में रंगमंच से भी जुड़े रहे हैं और भीड़ को आकर्षित करने की कला से वाकिफ हैं। कांग्रेस कन्हैया की इस छवि का लाभ उठाना चाहेगी।

सीपीआई दफ्तर से अपनी एसी भी ले गए कन्हैया
कन्हैया कुमार ने सीपीआई का दामन छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने से पहले सीपीआई के बिहार कार्यालय से एयरकंडीशनर (एसी) भी निकालकर ले गए। यह एसी पटना में सीपीआई के लंगर टोली के अजय भवन स्थित राज्य कार्यालय के एक कमरे में लगा था। इस दो महीने पहले ही उन्होंने निकाल लिया था। उनका पार्टी में तब कदम काफी चर्चा में रहा था। यह भी कयास लगने लगा था कि कन्हैया कुमार ने शायद कोई बड़ा निर्णय ले लिया है। वहीं, इस बाबत सीपीआई के प्रदेश सचिव रामनरेश पांडेय ने बताया कि कन्हैया ने अपने व अपने समर्थकों के लिए कार्यालय में अपने कमरे में एसी लगवाया था। बाद में उन्होंने कहा कि वे अपना कमरा दूसरे स्थान पर ले जा रहे है, इसलिए एसी ले जाना चाहते है। चूंकि उन्होंने ही एसी लगवाया था, उन्हीं की संपत्ति थी, ऐसे में उसे ले जाने में कोई परेशानी नहीं थी।