छतरपुर
सागर के सेमरा लहरिया में 1 सप्ताह पहले ब्राह्मण समाज की लड़की के साथ हुये दुर्रव्यवहार को लेकर ब्राह्मण समाज में आक्रोश है। अफसोस इस बात का भी है की जिस लड़की को जला कर खत्म करने की कोशिश की गई उसी के परिवार को गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर सलाखों के पीछे भेज दिया गया। शासन प्रशासन की एकतरफा कार्यवाही से आक्रोश बढ़ना स्वाभाविक है। ब्राह्मण समाज की लड़की को न्याय दिलाने और परिवार की मदद के लिए छतरपुर में भी ब्राह्मण समाज ने एक मीटिंग रखी थी। बैठक में तय हुआ कि 30 सितंबर को सागर में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होकर समाज के लिए आवाज़ उठाएं।
शहर के नरसिंह मंदिर में ब्राह्मण समाज की एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में उपस्थित लोगों ने अपने अपने विचार रखे। सागर की घटना पर आक्रोश जताते हुए ब्राह्मण समाज के लोगों ने कहा कि यदि परिवार का दोष था तो उस पर कार्रवाई किए जाने का कोई विरोध नहीं है लेकिन एक घटना को इतना तूल दे दिया गया कि परिवार को तहस-नहस किया गया। उनके घर को ही उजाड़ दिया गया। दूसरे पक्ष के खिलाफ कार्यवाही न होना सवाल खड़े करता है। डॉ बीपी चंसौरिया ने कहा कि समाज के साथ होने वाले अन्याय के खिलाफ सबको एकजुट होना पड़ेगा।
हिंदु उत्सव समिति के अध्यक्ष पवन मिश्रा ने कहा कि ध्यान रहे कि हमारी लड़ाई किसी जाति से नहीं बल्कि शासन प्रशासन से है। जब शासन प्रशासन ही लोगों की सुरक्षा नहीं करेगा तो फिर कौन करेगा। बैठक में अधिवक्ता रामलाल गौतम, देवेंद्र तिवारी, रणबीर पटैरिया, विनोद मिश्रा कल्लू, दिलीप दुबे,मंजू शर्मा, सत्यम चतुर्वेदी आदि ने भी अपने विचार रखे एवं सैकड़ों ब्राह्मण सामिल रहे !