Udhyog Hakikat

मुख्यमंत्री ने किया मुकुंद रेडियो द्वारा प्रकाशित मोनोग्राफ का विमोचन

रायपुर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में मुकुंद रेडियो द्वारा प्रकाशित मोनोग्राफ का विमोचन किया। इस मोनोग्राफ में 1952 से 2021 तक अविभाजित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के लगभग छह दशकों का दृश्यात्मक दस्तावेज संकलित है।

मुकुंद रेडियो के संचालक संजय मोहदीवाले ने मुख्यमंत्री को बताया कि 1950 के दशक में स्थापित इस संस्थान में उनके पिता स्व. मुकुंद राव मोहदीवाले ने सभी राजनैतिक- सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सचित्र ब्यौरा रखने की परंपरा शुरू की, जिसे आज उनकी तीसरी पीढ़ी भी निभा रही है। इस तरह संस्थान में श्वेतश्याम दौर से लेकर आज के डिजिटल युग तक छत्तीसगढ़ अंचल में आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत करने वाली मशहूर हस्तियों की तिथिवार तस्वीरों की एक लघु दीर्घा मौजूद है। इन्हीं तस्वीरों के दस्तावेज को मोनोग्राफ की शक्ल में प्रकाशित किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोनोग्राफ के प्रकाशन पर मुकुंद रेडियो संस्थान को बधाई देते हुए कहा कि ऐसा फोटो दस्तावेज इक_ा करना,जिसमें प्रदेश में आयी सभी शख्सियतों का रिकॉर्ड हो और उसे दशकों तक सहेज कर सिलसिलेवार रूप से प्रकाशित करना अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण और प्रशंसनीय कार्य है।

मोनोग्राफ के आकल्पक व सम्पादक राजेश गनौदवाले ने मुख्यमंत्री को बताया कि  किताब में प्रथम राष्ट्रपति स्व. डॉ राजेन्द्र प्रसाद, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. मोरारजी देसाई,स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी, स्व. चन्द्रशेखर,स्व. अटल बिहारी बाजपेयी, पूर्व राष्ट्रपति स्व. ज्ञानी जैल सिंह,स्व. रविशंकर शुक्ल , स्व. मन्ना डे, पंकज उधास, स्व. बेगम अख्तर, स्व. जगजीत सिंह जैसी हस्तियों के छत्तीसगढ़ आगमन से लेकर मुख्यमंत्री बघेल के कार्यकाल के 2 वर्षों की चुनिंदा तस्वीरें शामिल हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोनोग्राफ का अवलोकन कर प्रदेश में आयोजित उन पुराने कार्यक्रमों की स्मृतियां ताजा की, जिनमें वे स्वयं मौजूद रहे थे। उन्होंने मोनोग्राफ की प्रति स्वहस्ताक्षरित कर शुभकामना संदेश में लिखा कि, मुकुंद रेडियो छत्तीसगढ़ के लिए जाना पहचाना नाम है। प्रत्येक बड़े आयोजन में उनकी उपस्थिति सफलता की परिचायक है।  यह पुस्तक मुकुंद रेडियो का सफरनामा है।इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी और समीर मोहदीवाले उपस्थित रहे।