Udhyog Hakikat

इंटेलीजेंस की कम्युनल रिपोर्ट पर जिलों को किया सतर्क

भोपाल
प्रदेश के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में साम्प्रदायिक तनाव की आशंका है। इस संबंध में इंटेलीजेंस की रिपोर्ट के बाद पुलिस और जिला प्रशासन को सतर्क किया गया है। इसमें मालवा और महाकौशल क्षेत्र के कई जिले शामिल हैं। इन पर विशेष नजर रखी जा रही है। वहीं इस तरह के मामलों में पूर्व में आरोपी बन चुके लोगों पर भी पुलिस नजर रखे हुए हैं।

सूत्रों की मानी जाए तो यह रिपोर्ट प्रदेश सरकार को भी भेजी जा चुकी है। इसके साथ ही इन सभी जिला पुलिस को दिसंबर तक विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। हालांकि इंटेलीजेंस की रिपोर्ट के बाद पुलिस और जिला प्रशासन की सक्रियता एवं सतर्कता से फिलहाल ऐसे मामले नियंत्रित हो चुके हैं। फिर भी पुलिस मुख्यालय ऐसे मामलों में ढिलाई नहीं बरतना चाहता है। इसलिए इस साल के अंत तक सभी को विशेष रूप से सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। इंदौर, उज्जैन सहित कुछ शहरों में इस तरह के मामले सामने आने के बाद इंटेलीजेंस और एक्टिव हुआ और जानकारी एकत्र की, जिसमें पता चला कि मालवा क्षेत्र के अधिकांश जिलों में ऐसी घटनाओं से अशांति फैलाई जा सकती है। वहीं महाकौशल के तीन जिलों में भी सांप्रदायिक घटनाओं के जरिए तनाव पैदा किया जा सकता है। इसके अलावा मध्य क्षेत्र के भी कुछ जिलों में ऐसी घटनाएं हो सकती है।

पुलिस मुख्यालय में महिला अपराध अनुसंधान कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यक्रम भी बुधवार को आयोजित हुआ है। 2 दिन चलने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुलिस अफसरों को बताया जाएगा कि महिला अपराधों को लेकर जांच कैसे बेहतर की जाए। कैसा उनका महिला फरियादी के साथ व्यवहार हो। इस कार्यक्रम की शुरूआत स्पेशल डीजी प्रशिक्षण अरुणा मोहन राव ने की। इसका समापन गुरुवार को डीजीपी विवेक जौहरी और जिला एवं सत्र न्यायाधीश भोपाल गिरिबाला सिंह करेगी। इस कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेंक से लेकर उपनिरीक्षक रेंक तक के अफसर हिस्सा ले रहे हैं।

इधर, इस रिपोर्ट के आधार पर गृह विभाग ने भी कलेक्टरों को निर्देशित किया है। उन्हें ऐसे मामलों में अशांति फैलाने वालों पर जिलाबदर जैसी कार्यवाही करने को कहा गया है। इस आदेश के बाद अब अशांति फैलाने की आशंका वालों पर भी कार्रवाई की जा रही है।