27 घंटे तक पूछताछ में आनंद गिरि ने सिर्फ एक ही बात दोहराई- मैं निर्दोष

0
153

प्रयागराज
महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हाल में मौत के मामले में जेल भेजे जाने से पहले आनंद गिरि से करीब 27 घंटे तक पूछताछ चलती रही। इस दौरान उसके चेहरे पर किसी तरह के पश्चाताप के भाव नहीं दिखे। पुलिस के ज्यादातर सवालों पर वह सिर्फ एक ही जवाब देता रहा कि वह निर्दोष है। इस दौरान उसके चेहरे पर ग्लानि या गुरु की मौत पर किसी तरह के दुख के भाव भी नहीं दिखे। वह शून्य भाव से जवाब देता रहा।

महंत की मौत के बाद आनंद गिरि को गिरफ्तार कर लिया गया था। मंगलवार दोपहर 12 बजे के करीब उसे शहर लाकर पुलिस लाइन ले जाया गया, जहां उससे पूछताछ शुरू हुई। आला अफसरों ने एक-एक कर उससे पूछताछ की।

एक दिन पहले गठित एसआईटी के सदस्यों भी उससे सवाल किए। सूत्रों का कहना है कि इस दौरान उसके चेहरे पर पश्चाताप या ग्लानि का कोई भाव नहीं रहा। वह हर सवाल का शून्य भाव से जवाब देता रहा। ज्यादातर सवालों के जवाब पर उसका यही कहना था कि वह निर्दोष है और उसे फंसाया गया।

सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के दौरान फिर आनंद ने मामले की उच्चस्तरीय जांच की बात कही। वह बार-बार खुद को निर्दोष और फंसाए जाने की बात कह रहा था। एक अफसर ने जब उससे पूछा कि उसे फंसाने की साजिश कौन रच सकता है, तो उसने जवाब दिया कि मामले की उच्चस्तरीय जांच करा ली जाए, सच्चाई सामने आ जाएगी।

सूत्रों का यह भी कहना है कि पूछताछ के दौरान आनंद गिरि ने खाना खाने से इंकार कर दिया। जब उसे खाना दिया गया तो उसने इसे खाने से इंकार कर दिया। इस दौरान वह केवल पानी पीकर रहा। उसने न ही मंगलवार को कुछ खाया और न ही सोमवार खाना खाया था। सूत्रों का यह भी कहना है कि खाने को लेकर उसने किसी अन्य चीज की डिमांड भी नहीं की।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here