Udhyog Hakikat

एम्युनिटी बूस्टिंग बढ़ाने बच्चों को खिलाएं मुलमिना अमला आॅरेंज

दुर्ग
कोरोना की तीसरी लहर में छोटे बच्चों पर ज्यादा असर करने की संभावना केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने जताई हैं और इसके असर से बचने के लिए बच्चों में एम्युनिटी बुस्टिंग बढ़ाने के लिए प्राकृतिक फुड खाने देने की सलाह दी है। इसी को ध्यान में रखते हुए जगदाले इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड बच्चों की एम्युनिटी बूस्टिंग बढ़ाने और सभी आयु वर्गों के लिए मुलमिना अमला आॅरेंज सुपरफूड लॉच किया है जिसे पीने से कई गुणा एम्युनिटी बूस्टिंग बढ़ जाएगा।

देश में चल रही महामारी के मद्देनजर अधिक से अधिक लोग निवारक स्वास्थ्य के लिए बेहतर उपायों की तलाश कर रहे हैं। कोविड मामलों की वैश्विक वृद्धि के साथ दुनिया भर में स्वास्थ्य सेवा कंपनियां बीमारी के लिए एक व्यवहार्य निवारक और उपचारात्मक विकल्प तलाश रही हैं। दुर्भाग्य से कई माता-पिता अपने बच्चों को कोरोनोवायरस के संपर्क में न आए इसे चिंतित हैं और वे बच्चों के लिए बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल प्रोटोकॉल में देरी की है या उन्हें संक्रमण के प्रति संवेदनशील बना दिया है। जगदाले इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड ने आम के संयोजन में हल्दी, गोटू कुला जैसी आयुर्वेदिक दवाओं का अच्छी तरह से अध्ययन किया और अब चिकित्सकीय रूप से सिद्ध हो चुका है कि 7 से 14 वर्ष के बीच के बच्चों में प्रतिरक्षा बढ़ाने में एक निश्चित भूमिका होगी।

डॉ. सौम्या नागार्जन ने ने बताया कि आम, गोटू कोला और हल्दी के संयोजन में आवश्यक विटामिन और खनिजों के साथ जब श्वसन पथ के संक्रमण वाले चुनिंदा रोगियों में एंटीबायोटिक दवाओं के साथ प्रयोग किया गया है, तो नियमित अंतराल पर रक्त विश्लेषण से साबित होता है, इससे प्रतिरक्षा और एंटीआॅक्सीडेंट स्तर में वृद्धि हुई है। यह आगे के अध्ययनों को दिशा प्रदान करेगा कि कैसे न्यूट्रास्युटिकल उत्पाद चिकित्सा में सहायक के रूप में कार्य कर सकते हैं। अध्ययनों ने 14 और 28 दिनों की अवधि में मार्कर और इम्यून मार्कर एंटी-आॅक्सीडेंट में उल्लेखनीय वृद्धि दिखाई है। इसके अलावा, इन अध्ययनों ने सी-रिएक्टिव प्रोटीन (सीआरपी) जैसे इंफ्लेमेटरी मार्करों को कम करने और कुल एंटी-आॅक्सीडेंट क्षमता को बढ़ाने के लिए भी सिद्ध किया है।