Udhyog Hakikat

इंदौर में पुलिस का निगरानी ड्रोन को ही चुरा चंपत हो गये चोर

इंदौर
इंदौर में लगातार हो रहे अपराध और वारदातों पर रोक लगाने के लिए पुलिस एक्टिव हो गई है. आईजी हरिनारायणचारी मिश्र के आदेश पर पुलिस विभाग ने अपराधियों पर निगरानी और शहर में हो रही घटनाओं की देखरेख के लिए ड्रोन से वीडियोग्राफी करवा रही है. इससे पुलिस को अपराधियों की धरपकड़ में मदद मिली थी, लेकिन जिस ड्रोन को अपराधियों और चोरों की निगरानी रखने के लिए पुलिस उपयोग में ले रही थी, उसी ड्रोन पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया है.

दरअसल बीते आठ अक्टूबर को ड्रोन ऑपरेटिंग पुलिस की टीम के द्वारा तुकोगंज क्षेत्र के आर.एस भंडारी मार्ग के पास गोमा और पंचम की फेल में वीडियोग्राफी ड्रोन से देखरेख की जा रही थी. इस दौरान तकनीकी खराबी के कारण संपर्क से दूर ड्रोन को सुरक्षित स्थान पर लैंड कर दिया गया. तभी दो व्यक्ति उस ड्रोन को उठाकर चंपत हो गये. पुलिस ने फरार अज्ञात आरोपियों की तलाश की तो उसे इन ड्रोन चोरों के बारे में जानकारी मिली. जिसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर दो लोगों को पकड़कर पूछताछ की जिसमें उन्होंने ड्रोन ले जाने की बात कबूल की.

आरोपियों ने बताया कि उन्होंने ज़मीन पर ड्रोनd गिरा हुआ देखा तो उसे उठा कर ले गए थे. पुलिस ने उनके कब्जे से ड्रोन और उसकी वीडियोग्राफी कंटेंट को जब्त कर लिया है. पुलिस का कहना है कि हो सकता है कि यह चोर न हों, लेकिन सड़क पर ड्रोन मिलने का मतलब उसे अपने साथ ले जाना नहीं होता, उन्हें ड्रोन को थाने में जमा करवाना चाहिए था.

बता दें कि पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद इंदौर पुलिस को पांच ड्रोन मिले हैं, जिनका उपयोग वो वीआईपी ड्यूटी, जुलूस और चुनाव के दौरान रैलियों में करती है. एक ड्रोन की कीमत लगभग डेढ़ से दो लाख रुपए है.