नयी दिल्ली
पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि अच्छी आर्थिक वृद्धि के लिए देश की भावनाओं को सकारात्मक रूप से मजबूत रखना जरूरी है।
'भारतीय छात्र संसद' के एक ऑनलाइन सत्र में भाग लेने के दौरान सिन्हा ने कहा कि एक आधुनिक अर्थव्यवस्था भावनाओं पर चलती है क्योंकि भावनाएं खपत को नियंत्रित और मांग को निर्धारित करती हैं।
उन्होंने कहा, '' अर्थव्यवस्था में उभार या गिरावट असामान्य नहीं है। वैश्विक स्तर पर जुड़ी अर्थव्यवस्था में, हम खुद को वैश्विक कारकों से अलग नहीं कर सकते। हमें गैर-आर्थिक बाहरी कारकों को भी ध्यान में रखने की जरूरत होती है।''
अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (एआईटीसी) के उपाध्यक्ष सिन्हा ने कहा, ''आधुनिक अर्थव्यवस्था भी भावनाओं पर चलती है क्योंकि भावनाएं खपत को नियंत्रित और मांग को निर्धारित करती हैं। इसलिए, यदि समाज की भावनाएं नकारात्मक रूप से प्रभावित होती हैं, तो खपत घट जाती है जिससे अर्थव्यवस्था को हानि पहुंचती है।''