मित्तल दंपत्ती हत्याकांड : चोरी की नीयत थी जाग जाने पर गला दबाकर कर दी हत्या

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रायगढ़
एक सप्ताह पूर्व हुए लैलुंगा में हुए मित्तल दंपत्ती हत्याकांड मामले का पटाक्षेप करते हुए इस हत्याकांड में शामिल पांच में से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि पांचवे आरोपी की तलाश की जा रही है। दंपत्ती की हत्या करने में शामिल पांच आरोपी नाबलिग हैं और एक बालिग। आरोपी चोरी की नीयत से मित्तल के घर में घूसे थे लेकिन उनके जाग जाने जाने आरोपियों ने गला दबाकर उनकी हत्या कर दी।

इस हत्याकांड का खुलासा पत्रकावार संयुक्त वार्ता में पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर, रेंज रतनलाल डांगी एवं पुलिस कप्तान अभिषेक मीणा ने बताया कि घटना को अंजाम देने वाले  आरोपियों  में 4 बालक व 1 बालिग आरोपी है। हत्याकांड की इस घटना को 6 लोगों द्वारा मिलकर अंजाम देना स्वीकार किया। इनसे चोरी में प्राप्त नकदी से खर्च के बाद शेष करीब 80,000 रुपए नकद बरामद किया गया है, इनका एक साथी अभी भी फरार है, जिसके पास से मित्तल दम्पत्ति के मकान से चोरी हुआ बैग व कुछ और नकदी बरामद होने की सम्भावना है, फरार आरोपी की सघन पतासाजी में पुलिस की विशेष टीम लगी हुई है । मृतक के परिचित स्थानीय लैलुंगा निवासी प्रदीप कुमार अग्रवाल की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध अप.क्र. 279/2021 धारा 457,380,302 मामला पंजीबद्ध किया।

पकड़े गये आरोपियों का इरादा चोरी का था और इसके लिये उन्होंने पूरी योजना बनाकर उस पर अमल किया। पहले आरोपियों ने चखना सेंटर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया और योजनानुसार सभी 6 आरोपी एक स्थान पर मिले और मित्तल निवास में पहुंचे। दो आरोपियों ने दरवाजे के उपर बने रोशनदान को काटकर घर के अंदर प्रवेश कर दरवाजे को खोला जहां से बाकी आरोपियो ने घर में प्रवेश कर चोरी की वारदात को अंजाम देने लगे। इसी दरम्यान 55 वर्षीय मदन कुमार मित्तल आहट होने पर जाग गये इससे पहले की वे उनका विरोध कर पाते आरोपियों ने उनकी गला दबाकर हत्या कर दी इसके बाद उन्होंने उनकी पत्नी 54 वर्षीय अंजूदेवी की गला दबाकर हत्या कर वहां से नगदी रुपए बैग में भरकर फरार हो गये। पकड़े गये आरोपी आरोपियों में 23 वर्षीय अक्षय प्रधान ऊर्फ मंडू बालिग है इसके अलावा संदीप ऊर्फ कोंदा तथा उसके सहयोगी नाबालिग हैं। चोरी के बाद इन लोगों ने चोरी की रकम को अपास में ही बांट लिया था और इसके बाद सब अपने-अपने रास्ते घर चले गये।

सायबर पुलिस की टीम संदिग्ध दर्जनों व्यक्तियों के मोबाइल नम्बर एवं सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज की जांच कर महत्वपूर्ण जानकारियों एसपी अभिषेक मीना को उपलब्ध कराई जा रही  थी । पुलिस कप्तान  द्वारा क्षेत्र के रहवासियों को भी जांच में सहयोग की अपील की थी।  इसी दरम्यान सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही साइबर टीम को फुटेज में सांई पेट्रोल पम्प के पास 22 सितंबर की में  रात्रि 3-4 लड़कों चहलकदमी  दिखाई दी  जो मित्तल निवास के पीछे वाले रोड़ से होकर चखना सेंटर की तरफ  गये और कुछ देर बाद उसी पीछे वाले रास्ते पर जो हत्या के घटनास्थल की ओर जाता है, उस ओर जाते हुए दिखाई दिये, जिसके बाद पुलिस टीम चखना सेंटर के मालिक अर्जुन साहू से संपर्क कर वहां के फुटेज को  देखा गया जिसमें 3 लड़के चोरी करते दिखाई दिये। चखना सेंटर के मालिक के रिपोर्ट पर अप.क्र. 281/2021 धारा 457,380 धारा के तहत अपराध कायम किया गया । पुलिस टीम तत्काल संदिग्धों की पतासाजी कर तीन नाबालिग बालकों को हिरासत में लिया।  गया । चखना सेंटर के मालिक अर्जुन साहू ने बताया कि दुकान का एलवेस्टर तोड़कर अज्ञात आरोपियों द्वारा दुकान से गुटखा, सिगरेट, कोल्ड ड्रिंबक्स बॉटल व कुछ नकदी चोरी कर ले गये हैं ।

पुलिस टीम द्वारा हिरासत में लिए गये संदिग्ध बालकों से पूछताछ में चखना सेंटर में चोरी की वारदात कबूल किये, मित्तल निवास के पीछे एक स्थान पर ढेर सारे गुटखा के पाऊच रैपर के संबंध में कड़ी पूछताछ करने पर नाबालिगों द्वारा चखना सेंटर में चोरी के साथ निमाणार्धीन मकान के पास के मकान (मित्तल निवास) में दो लोगों की हत्या कर चोरी करना बताया। 6 लड़कों द्वारा घटना को अंजाम देना बताने पर पुलिस की टीमें अलग-अलग स्थानों पर दबिश देकर आरोपी अक्षय प्रधान व चार बालकों को अभिरक्षा में लिया गया, जिसके बाद इस अंधे हत्याकांड का खुलासा हुआ।

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