रायपुर
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के नेतृत्व में नवनियुक्त सदस्यगण तेजगति से कार्य कर रहे हैं। महिला आयोग ने स्वत: संज्ञान में लिए थे 2 प्रकरण जिसमें जशपुर के दिव्यांग केंद्र घटना के लिए सदस्य श्रीमती नीता विश्वकर्मा को भेजा गया था। तथा रायगढ़ की एक महिला ने पति के मारपीट करने की शिकायत की थी जिसे न्यूज के आधार पर स्वत: संज्ञान लिया गया था इस प्रकरण की जांच के लिए सदस्य श्रीमती अर्चना उपाध्याय रायगढ़ में पीड़ित महिला के घर जाकर मिली थी।इस दोनो प्रकरण पर सदस्यगणों ने आयोग की अध्यक्ष के निदेर्शों को जिम्मेदारी पूर्वक पीड़ित पक्षों से मिलकर जिला पुलिस प्रशासन को उचित निर्देश दिए।
जिला रायगढ़ निवासी एक महिला द्वारा घरेलू हिंसा की शिकायत की खबरें मीडिया में प्रकाशित होने पर छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने स्वत: संज्ञान लेकर सदस्य अर्चना उपाध्याय को प्रकरण की जांच के लिए रायगढ़ भेजी। सदस्य श्रीमती उपाध्याय महिला के घर पहुंचकर प्रकरण से जुड़ी पूरी जानकारी ली। प्रकरण में उभयपक्षों द्वारा पुलिस में प्रकरण दर्ज कराया गया है। जिसकी विवेचना की जा रही है। एक अन्य प्रकरण में महिला के पति द्वारा दूसरी शादी किया गया। महिला का बच्चा शारीरिक रूप से कमजोर है, बावजूद पति द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान नहीं किया जा रहा है। जिस पर कार्यवाही के निर्देश दिए गए है। महिला आयोग द्वारा रायगढ़ में 18 अगस्त को की गई सुनवाई के आधार पर अन्य दूसरे प्रकरणों में निर्देशित विभागों द्वारा की गई कार्यवाही से अवगत होते हुए सुनवाई की गई। इसमें शिक्षा विभाग से जुड़े प्रकरण में दोनों पक्षों की सहमति से प्रकरण को नस्तीबद्ध किया गया। इसी प्रकार एक अन्य प्रकरण में पुलिस विभाग को प्रकरण की जांच हेतु पुन: स्मरण पत्र भेजा गया है। इस दौरान मधु पाण्डे, शेख ताजिम, तपन घोष, जिला महिला बाल संरक्षण अधिकारी चैताली राय एवं शैली दीवान उपस्थित रही।
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक के निर्देश पर आयोग की सदस्य श्रीमती नीता विश्वकर्मा जशपुर विकासखण्ड के दिव्यांग केन्द्र पहुंच कर बच्चों से मुलाकात की। और वहॉ जिला प्रशासन के द्वारा दी जाने वाली सुविधा की जानकारी ली। उन्होंने केंद्र में बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महिला होमगार्ड को गंभीरता से ड्यूटी करने के सख्त निर्देश दिए हैं। साथ ही बच्चों को समय पर भोजन, नाश्ता एवं अन्य सुविधाएं भी प्राथमिकता से उपलब्ध कराने के लिए कहा है। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती प्रतिभा पाण्डेय, महिला बाल विकास विभाग और समाज कल्याण विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।
उन्होंने केन्द्र की अधीक्षिका को कड़ी हिदायत देते हुए व्यवस्था में किसी भी प्रकार लापरवाही नहीं करने की सख्य निर्देश दिए हैं। निरीक्षण के दौरान उन्होंने रसोई कक्ष, शैक्षणिक गतिविधियॉ, शिक्षकों की जानकारी, बाहर से आने-जाने वालों की जानकारी, महिला कर्मचारियों की संख्या एवं अन्य सुविधाओं की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि बच्चों को सुरक्षित रखना हमारी पहली प्राथमिकता है। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी। लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।