एक बार फिर देश की राजनीती के दो दिग्गज मिलेंगे जयविलास पैलेस में ,डेढ़ घंटे की होगी मुलाकात

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ग्वालियर
 पहली बार ग्वालियर आ रहे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे की तैयारियों की निगरानी केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia, ) ने संभाली हुई है। वे मिनिट टू मिनिट कार्यक्रम की समीक्षा कर अपडेट देख रहे है और निर्देश दे रहे हैं। अमित शाह आज  16 अक्टूबर को ग्वालियर के राजमाता विजया राजे सिंधिया एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का शुभारम्भ करेंगे।  इस दौरान वे सिंधिया महल यानि “जयविलास पैलेस” में डेढ़ घंटे का समय भी बिताएंगे, भोजन भी करेंगे, यहाँ अमित शाह का शाही स्वागत भी होगा। कांग्रेस ने इसे लेकर चुटकी ली है और सिंधिया पर निशाना साधा है।

ग्वालियर में पहली बार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दौरा (Union Home Minister Amit Shah Gwalior Tour) है, दौरे को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं।  सिंधिया ने अपने सभी समर्थक मंत्रियों और कार्यकर्ताओं को पूरी तरह सक्रिय कर दिया है। गृह मंत्री की आमसभा में एक लाख लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए सिंधिया समर्थक मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और सिंधिया समर्थक कार्यकर्ता पीले चावल देकर लोगों को आमंत्रित कर रहे हैं।

अभी तक तय कार्यक्रम के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट (Rajmata Vijayaraje Scindia Airport Gwalior) पर करीब 500 करोड़ की लागत से तैयार होने वाले नए टर्मिनल का शुभारम्भ करेंगे। नए टर्मिनल को एक साल में तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है और 2023 में इसके लोकार्पण की प्लानिंग नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने की है।

टर्मिनल बिल्डिंग के शुभारम्भ के बाद अमित शाह जय विलास पैलेस जायेंगे यहाँ वे करीब डेढ़ घंटे रहेंगे, इस दौरान उनका शाही अंदाज में स्वागत होगा, गृह मंत्री यहाँ एक डॉक्यूमेंट गैलरी का अवलोकन भी करेंगे। इस डॉक्युमेंट गैलरी में मराठों के शौर्य का प्रदर्शन किया गया है, सिंधिया महल में अमित शाह शाही भोजन भी करेंगे। आपको बता दें कि 400 कमरे वाले इस आलीशान जयविलास पैलेस की वर्तमान कीमत करीब 4 हजार करोड़ रुपये है।

अमित शाह के जयविलास पैलेस में जाने को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने सामने है। अमित शाह के दौरे पर कांग्रेस ने चुटकी लेते हुए इसे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बीच की प्रतिद्वंद्विता बताया। प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि सिंधिया जी भाजपा में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं इसलिए अमित शाह को लेकर वे आ रहे हैं, क्योंकि पहले केंद्रीय मंत्री तोमर पीएम मोदी को अंचल के कूनो अभ्यारण्य में ला चुके हैं।  कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि ग्वालियर बदहाल है, सड़कें ख़राब हैं लम्पी वायरस से गाय मर रही है और खुद को जनसेवक बताने वाले सिंधिया जी एक इवेंट में लाखों रुपये खर्च कर रहे हैं ये उनका दोहरा चरित्र है।

उधर भाजपा ने अमित शाह के दौरे को ग्वालियर चम्बल संभाग के लिए वरदान बताया है। प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल कहते हैं कि भाजपा में ये एक साधारण से विषय है कि जब भी किसी बड़े नेता का प्रवस होता है वे स्थानीय नेता के घर जाते हैं सौजन्य भेंट करते हैं भोजन, अल्पाहार लेते हैं। गृह मंत्री अमित शाह ग्वालियर में किसी के यहाँ भी जाएँ ये सौभाग्य का विषय है।

गौरतलब है कि सियासी गलियारों में चर्चा तेज है कि केंद्रीय मंत्री सिंधिया आगामी लोकसभा चुनाव के लिए ग्वालियर सीट पर अपनी जमीन मजबूत कर रहे हैं, यही कारण है कि अमित शाह के दौरे के दौरान सिंधिया शक्ति प्रदर्शन में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाह रहे है। उन्होंने इसीलिए ग्वालियर चम्बल संभाग के अपने समर्थक मंत्रियों की फ़ौज को अमित शाह के दौरे में लगा दिया है।

बहरहाल भले ही कांग्रेस इसे सिंधिया और तोमर के बीच सियासी जंग बताएं या वर्चस्व की लड़ाई, लेकिन यदि इस लड़ाई में शहर का विकास होता है और ग्वालियर को सौगातें मिलती है तो ग्वालियर वासियों के लिए वाकई में सौभाग्य और ख़ुशी की बात है।

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