राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा- ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध युद्ध का नया तरीका

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दुबई
ईरान के नए राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने पद संभालने के बाद पहली बार संयुक्त राष्ट्र में बोलते हुए कहा कि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध युद्ध का नया तरीका हैं। उन्होंने इस मंच का इस्तेमाल क्षेत्र में वाशिंगटन की नीतियों और अमेरिका के भीतर बढ़ती राजनीतिक फूट को दृढ़ता से सामने रखने के लिए किया। रईसी ने यूएन में पूर्व राष्ट्रपति हसन रूहानी से भी ज्यादा सख्त रुख अपनाया।

रूढ़िवादी नेता रईसी ने महासभा को तेहरान से वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने कहा, दुनिया के कई देशों के साथ अमेरिका प्रतिबंध को हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई के करीबी समझे जाने वाले रईसी ने कहा, हमारे क्षेत्र अमेरिका न केवल अधिनायकवादी व्यवहार कर रहा है बल्कि पश्चिमी पहचान थोपने में लगा हुआ है। इसमें उसे नाकामी ही हाथ लगी है।

उन्होंने बेबाक अंदाज में कहा, इराक और अफगानिस्तान से अमेरिका खुद हटा नहीं बल्कि उसे वहां से निकाला गया है। रईसी ने ईरान में 1979 की इस्लामिक क्रांति की तारीफ की और इसे धार्मिक लोकतंत्र से भी जोड़ा। रईसी ने कहा कि अमेरिका से बातचीत तभी शुरू हो सकती है जब कोई ठोस नतीजे की उम्मीद होगी और प्रतिबंध हटाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ईरान अमेरिकी सरकार के वादों पर भरोसा नहीं कर सकती है।

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन ने मिसाइलों के परीक्षण का जिक्र किए बिना संयुक्त राष्ट्र में एक बार फिर उत्तर कोरिया के साथ शांति और सुलह पर जोर दिया। उन्होंने एक बार फिर परमाणु निरस्त्रीकरण और दोनों देशों की परमाणु हथियार रहित सह-अस्तित्व व सह-समृद्धि पर जोर 1953 में युद्धविराम तो हुआ, लेकिन कभी शांति की औपचारिक घोषणा नहीं की गई। मून ने कहा, उत्तर कोरिया को विश्व को लाभ पहुंचाने वाले परिवर्तनों के लिए तैयार रहना चाहिए।

राष्ट्रपति जो बाइडन के संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते वक्त अमेरिका की एक प्रमुख सैन्य अकादमी के नेतृत्व वाला एक छोटा विमान न्यूयॉर्क में अस्थायी उड़ान प्रतिबंधित क्षेत्र में घुस गया। उसे रोकने के लिए एक एफ-16 लड़ाकू विमान का इस्तेमाल करना पड़ा। सीएनएन ने ‘नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड’ के हवाले से यह जानकारी दी। छोटे विमान ने जॉर्ज वाशिंगटन ब्रिज के समीप कुछ देर के लिए अस्थायी उड़ान प्रतिबंधित क्षेत्र का उल्लंघन किया। यह घटना राष्ट्रपति बाइडन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करने के दौरान हुई।

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