Udhyog Hakikat

रेबीज का प्राथमिक उपचार और चिकित्सकीय परामर्श आवश्यक

भोपाल

राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण पर आयोजित कार्यशाला में उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को रेबीज बीमारी से बचाव के लिये आमजन को जागरूक करने, बीमारी के लक्षण, संक्रमण से रोकथाम, उपचार ना मिलने पर होने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी दी गई। राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम राज्य स्तर से जिलों के अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के लिए 21 से 23 सितम्बर तक कार्यशाला आयोजित की गई।

रेबीज के प्राथमिक उपचार संबंधी अनुदेश जैसे घाव को पानी और साबुन से धोना, निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पर परामर्श और आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय परामर्श के बाद ए.आर.वी./ए.आर.एस. का टीकाकरण कराये जाने के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। विषय-विशेषज्ञ अपर संचालक स्वास्थ्य डॉ. वीणा सिन्हा, उप संचालक डॉ. हिमानी यादव, सुश्री शालिनी सक्सेना, डॉ. शैव्या साल और श्री पुष्कल उपाध्याय ने महत्वपूर्ण जानकारी दी।

कार्यशाला में संभागीय कार्यालयों से उप संचालक स्वास्थ्य सेवाएँ, आर.एम.एन.सी.एच. को-ऑर्डीनेटर एवं जिले से जिला सर्विस अधिकारी, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट और जिला कार्यक्रम प्रबंधक उपस्थित हुए।