Udhyog Hakikat

एसईसीएल मुख्यालय में स्वच्छता शपथ दिलाई गई

बिलासपुर
कोयला मंत्रालय भारत सरकार के निदेर्शानुसार 1 से 15 अक्टूबर  तक स्वच्छता पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष स्वच्छता पखवाड़ा का थीम सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को खत्म करने के लिए जन जागरूकता का प्रसार तथा कार्यालयीन व आवासीय परिसरों आदि में साफ-सफाई इत्यादि सुनिश्चित करना है। इसी तारतम्य में आज एसईसीएल मुख्यालय प्रशासनिक भवन आगन्तुक कक्ष मे अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री ए.पी. पण्डा ने मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री बी.पी. शर्मा, निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री एम.के. प्रसाद, निदेशक (वित्त सह कार्मिक) श्री एस.एम. चैधरी, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री एस. के. पाल, विभिन्न विभागाध्यक्षों, अधिकारियों-कर्मचारियों, महिलाकर्मियों, विभिन्न श्रमसंघ प्रतिनिधियों की मौजूदगी में यह स्वच्छता शपथ दिलाई गयी कि शपथ लेता हूँ कि मैं स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहूँगा और उसके लिए समय दूँगा। हर वर्ष 100 घंटे यानी हर सप्ताह 2 घंटे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प को चरितार्थ करूँगा। मैं न गंदगी करूँगा, न किसी और को करने दूँगा। सबसे पहले मैं स्वयं से, मेरे परिवार से, मेरे मुहल्ले से, मेरे गाँव से एवं मेरे कार्यस्थल से शुरूआत करूंगा।

मैं यह मानता हूँ कि दुनिया के जो भी देश स्वच्छ दिखते हैं, उसका कारण यह है कि वहाँ के नागरिक गंदगी नहीं करते और न ही होने देते हैं। इस विचार के साथ मैं गाँव-गाँव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करूँगा। मैं आज जो शपथ ले रहा हूँ , वह अन्य 100 व्यक्तियों से भी करवाऊँगा। वे भी मेरी तरह स्वच्छता के लिए 100 घंटे दें, इसके लिए प्रयास करूँगा। मुझे मालूम है कि स्वच्छता की तरफ बढ़ाया गया मेरा एक कदम पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा।

1 से 15 अक्टूबर तक आयोजित इस स्वच्छता पखवाड़ा में मुख्यालय सहित विविध क्षेत्रों में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे जिसमें स्वच्छता बेबीनार का आयोजन, आॅनलाईन काम्पटिशन, वाटर टैंक व सिवेज ट्रिटमेंट की सफाई, मास्क-सेनेटाईजर व सोप का वितरण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग तथा वेस्ट वाटर रीसाईक्लिंग की दिशा में प्रयास, सूखे एवं गीले कचरे को अलग-अलग कर संग्रहित किया जाना, सेपलिंग लगाया जाना आदि शामिल है। स्वच्छता पखवाड़ा का समापन वर्चुवल माध्यम से आयोजित किया जाएगा।