Udhyog Hakikat

शराब से यंग दिखती है स्किन और रेशमी बनती हैं जुल्फें

शराब का सेवन शरीर को नुकसान पहुंचाता है। डॉक्टर से लेकर डायटीशियन, न्यूट्रिशनिस्ट और यहां तक कि स्टडीज तक इस बात को साबित कर चुकी हैं। ऐसे में सभी ये सलाह देते हैं कि इस पेय पदार्थ का सेवन रोक देने में भी भलाई है। हालांकि, ये शराब आपको अपनी त्वचा निखारने और बालों को रेशमी बनाने में मदद कर सकती है। लेकिन इसके लिए आपको इसे पीना नहीं है, बल्कि इसे 5 तरह से इस्तेमाल करना है। गुड स्किन एंड हेयर पाने के लिए कैसे आप बीयर, वाइन या ऐल्कोहॉल का इस्तेमाल कर सकती हैं, चलिए जानते हैं।

बीयर दूर रखेगी बुढ़ापा
इटली के कैमरिनो विश्वविद्यालय की टीम ने अपनी रिसर्च में कुछ क्राफ्ट बीयर्स में एंटी-ऑक्सिडेंट गुण पाए। इनमें मिले फेनॉल और यीस्ट माइटोकांड्रिया एक्टिविटी को बेहतर कर ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस से बचाव करते हैं। ये चीजें स्किन एजिंग के प्रॉसेस को धीमा करने और स्किन को जवां बनाए रखने में मददगार साबित हो सकते हैं।

बाल बनेंगे सिल्की
इंटरनेट पर ऐसे वीडियो की भरमार दिखेगी जिनमें ब्यूटी ब्लॉगर्स या एक्सपर्ट बीयर से बाल धोने की सलाह देते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने पर हेयर न सिर्फ सॉफ्ट बन जाते हैं, बल्कि वो सिल्की भी बनते हैं। शायद ये ही वजह है कि मार्केट में बीयर बेस्ड शैंपू और कंडिशनर तक मिलते हैं। वैसे आपको ये भी जान लेना चाहिए कि बीयर से जुड़े इस दावे का अभी तक कोई क्लीनिकल प्रूफ नहीं मिला है।

रेड वाइन से मिलेगी जवां और खूबसूरत त्वचा
रेड वाइन में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट एजिंग प्रॉसेस को स्लो करने और कोलेजन को बरकरार रखने में मददगार होते हैं। ये फाइन लाइन्स को भी कम करते हैं और स्किन को स्मूद बनाते हुए उसके ग्लो को बढ़ाते हैं। इसके साथ ही रेड वाइन एक्ने की परेशानी में भी राहत देती है।

बालों के लिए
रेड वाइन सिर्फ स्किन के लिए ही नहीं बल्कि बालों पर भी जादुई असर दिखाती है। ये डैमेज बालों को रिपेयर करती है और हेयर फॉल में भी कमी लाती है। रेड वाइन से डैंड्रफ की समस्या से भी छुटकारा मिलता है, तो वहीं स्कैल्प के ब्लड सर्क्युलेशन में सुधार होता है। ये खूबी बालों को लंबा करने में मदद करती है।

लेकिन इसका भी रखें ध्यान
हालांकि, ये भी ध्यान रखना जरूरी है कि इनका ज्यादा इस्तेमाल या सेवन न सिर्फ स्किन बल्कि शरीर को जबरदस्त नुकसान पहुंचा सकता है। इनका अगर हेयर वॉश में भी इस्तेमाल करें, तो मात्रा को बहुत ज्यादा न रखते हुए एक कप या ग्लास तक ही इसे सीमित रखें। साथ ही सप्ताह में दो बार से अधिक इनका उपयोग न करें।