आरोपों में घिरे गृहराज्यमंत्री के बेटे का आया बयान, बोला-सुबह से बनवीरपुर में ही था

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लखीमपुरखीरी
लखीमपुरखीरी में हुए बवाल के बाद से आरोपों में घिरे केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष का बयान देर शाम सामने आया। आशीष ने घटनास्थल तिकुनियां जाने की बातों से ही इनकार किया। आशीष ने कहा कि सुबह नौ बजे से ही वह बनवीरपुर में थे। आशीष ने किसानों के आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया और पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की। कहा कि मामले में जो भी दोषी हो उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए। आशीष ने कहा कि डिप्टी सीएम को रिसीव करने के लिए बनवीरपुर से तीन गाड़ियां भेजी गई थीं। तिकुनियां में इन गाड़ियों पर पथराव किया गया और गाड़ियों में आग लगा दी। गाड़ियों में मौजूद 3-4 भाजपा कार्यकर्ताओं को पीट-पीटकर मार डाला गया। इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने दावा किया कि मारे गए किसानों में से एक की हत्या केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने गोली मारकर की है। अन्य किसानों को गाड़ी से कुचलकर मारा गया है। वहीं मंत्री अजय मिश्रा ने कहा कि घटना किसानों में शामिल अराजक तत्वों ने अंजाम दी है। जिस गाड़ी में मेरे बेटे का होना कहा जा रहा है, उस गाड़ी में वह मौजूद ही नहीं था। मेरे बेटे पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। डिप्टी सीएम की अगवानी को जा रहे गाड़ियों में सवार कार्यकर्ताओं पर अराजकतत्वों ने पथराव किया और लाठियां बरसाईं। गाड़ियां तोड़कर पलट दीं और उनमें आग लगा दी। मेरे ड्राइवर को पीटकर मार दिया। हमारे तीन कार्यकर्ता और ड्राइवर सहित इस घटना में चार लोग मारे गए हैं।

बवाल में अब तक आठ लोगों की मौत
लखीमपुर खीरी में हुए बवाल में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। घटनाक्रम के अनुसार रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य लखीमपुर खीरी में थे। दोपहर में उनको केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के गांव बनवीरपुर जाना था। उप मुख्यमंत्री के आने के विरोध में सुबह से ही किसान उतर आए थे। तिकुनियां के महाराजा अग्रसेन इंटर कालेज में बनाए गए हेलीपैड पर किसानों ने ट्रैक्टर-ट्रालियां खड़ी कर दीं। सैकड़ों की संख्या में काले झंडे लेकर किसान वहां मौजूद थे और उप मुख्यमंत्री के विरोध का ऐलान कर रहे थे। इसी बीच बनवीरपुर से निकली भाजपा नेताओं की गाड़ियां किसानों की भीड़ में घुस गईं। वहां किसानों के साथ विवाद हुआ तो गाड़ियों ने किसानों को रौंद दिया। हादसे में 12 से ज्यादा किसान जख्मी हो गए। इसके बाद आक्रोशित भीड़ ने हादसा करने वाली गाड़ियों में तोड़-फोड़कर आग लगा दी। कार में जो भाजपाई मिला, उसको पीटा। इसके बाद भगदड़ मच गई। किसानों का आक्रोश देखकर पुलिस भी मैदान छोड़कर भाग खड़ी हुई। घटना में कई पत्रकार भी गंभीर जख्मी हो गए। बवाल के बाद पुलिस ने तिकुनिया से पहले ही बैरीकेडिंग लगाकर रोक दिया।
 

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