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राष्ट्रीय स्तर की चयन प्रक्रिया में मध्यप्रदेश को दो प्रोजेक्ट मिले हैं। उक्त दोनों माइनर और मेजर प्रोजेक्ट डॉ.आंबेडकर विवि के नाम हैं। प्रदेश को मिले दोनों प्रोजेक्ट डॉ.आंबेडकर विवि को मिलना अपने आप में गौरव की बात है।
डॉ.बीआर आंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद से एक मेजर तथा एक माइनर प्रोजेक्ट प्राप्त हुआ है। ये प्रोजेक्ट उच्च शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की तरफ से प्राप्त हुए हैं। ये दोनों प्रोजेक्ट नई शिक्षा पॉलिसी को अमल में लाने भारत सरकार तथा प्रदेश सरकार की विभिन्ना योजनाओं व नीतियों के क्रियान्वयन करने तथा
उसके बाद ग्रामीण महिलाओं के सामाजिक उन्नायन को ध्यान में रखकर दिया गया है। राष्ट्रीय स्तर की चयन प्रक्रिया में मध्यप्रदेश को मिले दोनों प्रोजेक्ट विश्वविद्यालय के नाम हुए हैं।
डॉ.आंबेडकर विवि की कुलपति प्रो.आशा शुक्ला ने हर्ष प्रकट करते
हुए कहा कि एमजीएनसीआरई
द्वारा एक मेजर व एक माइनर प्रोजेक्ट मिलना विश्वविद्यालय तथा हम
सब के लिए गौरव की बात है।
विवि निरंतर शोध और अकादमिक प्रतिबद्घता का प्रदर्शन कर रहा है।
हमें निरंतर ऐसे प्रयास करते रहना
चाहिए ताकि विश्वविद्यालय परिवार निरंतर प्रगति करता रहे। मेजर प्रोजेक्ट
का विषय जल शक्ति अभियान का महिलाओं की आजीविका पर
प्रभाव मध्यप्रदेश तथा उत्तरप्रदेश के बुंदेलखंड परिक्षेत्र के ग्यारह जिलों के संदर्भ में है, जिसके निदेशक डॉ. रामशंकर, सह-निदेशक डॉ.मनोज कुमार गुप्ता है तथा माइनर प्रोजेक्ट का विषय ग्रामीण क्षेत्रों में सभी
केंद्रीय और राज्य सार्वजनिक नीतियों और योजनाओं का अभिसरण प्रभाव आलीराजपुर जिले के विशेष संदर्भ में है। जिसके निदेशक डॉ.पीसी बंसल है। दोनों प्रोजेक्ट विवि को मिलने पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.अजय वर्मा, अधिष्ठाता प्रो. डीके वर्मा, प्रो.देवाशीष देवनाथ, डॉ.मनीषा सक्सेना, वित्त अधिकारी, प्राध्यापकों ने बधाई दी।