नई दिल्ली
हरियाणा दिल्ली सीमा के सिंघू बॉर्डर पर एक शख्स की कटी हुई अवस्था में शव मिलने पर भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के प्रवक्ता और किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत ने दोषियों को सजा देने की मांग की है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसान आंदोलन में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने मांग की कि हत्या के दोषी को सजा मिलनी चाहिए।
सिंघु बॉर्डर पर शख्स की निर्ममता से हत्या के मामले के आरोपी निहंगों के दल के एक सदस्य ने सरेंडर कर दिया है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया है। सिंघू बॉर्डर पर शुक्रवार सुबह एक शख्स का शव पाया गया था, जिसके हाथ और पैर निर्ममता से काट दिया गया था। सिंघू बॉर्डर पर पिछले 11 महीनों से कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे हैं। पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) हंसराज ने कहा कि इससे पहले शुक्रवार को सिंघू सीमा के पास किसानों के धरना स्थल पर पुलिस बैरिकेड्स पर एक व्यक्ति के हाथ और पैर कटे हुए मिले थे।
बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, "सिंघू सीमा घटना पर एसकेएम पहले ही अपना बयान जारी कर चुका है। हमारे आंदोलन में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। कानून को अपना काम करने दें और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।" टिकैत ने आगे कहा कि इस घटना का किसान आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है। राकेश टिकैत ने कहा, "इस घटना का हमारे आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है। हम तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 11 महीने से शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं। हम अपना विरोध तब तक जारी रखेंगे जब तक सरकार उन कानूनों को रद्द करने की हमारी मांगों को पूरा नहीं करती।"