झारखंड: छोटे बच्चों को मिलेगी राहत, स्कूलों की टाइमिंग बदलने की तैयारी

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रांची
राज्य के सरकारी स्कूलों के टाइम टेबल में बदलाव कर किया जा रहा है। सुबह 8 बजे की जगह स्कूल का संचालन 9 बजे से शुरू होगा। कुछ स्कूलों में इसकी शुरुआत सोमवार से ही कर दी गई, बाकी में इस सप्ताह इसका अनुपालन कराने की तैयारी है। वर्तमान में स्कूलों का संचालन सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक हो रहा था। इसमें दोपहर 12 बजे तक छात्र-छात्राओं को ऑफलाइन पढ़ाया जा रहा था।  झारखंड के मौसम में हो रहे बदलाव और बढ़ रही कनकनी को देखते हुए स्कूलों का संचालन सुबह 9 बजे से किया जा रहा है। स्कूल के 9 बजे से शुरू होने पर दोपहर एक बजे तक छात्र-छात्राओं को स्कूलों में पढ़ाया जा सकेगा। हालांकि स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग की ओर से आपदा प्रबंधन विभाग को छात्र-छात्राओं की पढ़ाई की अवधि 4 घंटे से बढ़ाकर 6 घंटे करने का प्रस्ताव दिया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग की पिछले दिनों हुई बैठक में फिलहाल इस पर चर्चा नहीं की गई है। छठ पूजा के बाद होने वाली अगली बैठक में इस पर अंतिम निर्णय लिए जाने की उम्मीद है। छठ पूजा के बाद कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की जाएगी। इस पर 15 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस समारोह के बाद नवंबर के तीसरे सप्ताह में बैठक होने की उम्मीद है। कोरोना संबंधी हालात को देखते हुए सरकार स्कूल अवधि बढ़ाने पर अंतिम निर्णय लेगी।

खोले जाने हैं पहली से पांचवीं तक के स्कूल
आपदा प्रबंधन विभाग अगली बैठक में पहली से पांचवीं तक के क्लास संचालन के लिए और छात्र-छात्राओं को स्कूल बुलाकर ऑफलाइन पढ़ाई के लिए भी निर्णय होगा। इसका प्रस्ताव भी पूर्व में भेजा जा चुका है। पिछली बैठक में इस पर चर्चा हुई, लेकिन निर्णय अगली बैठक के लिए टाल दिया गया। इसके अलावा बच्चों का पठन-पाठन 4 घंटे की जगह 6 घंटे करने की स्थिति में मध्यान भोजन का प्रावधान स्कूलों में चलाने का भी प्रस्ताव किया गया है। वर्तमान में 4 घंटे ही स्कूलों में ऑफलाइन पढ़ाई हो रही है। स्कूलों में मिड डे मील बनाना बंद है और छात्र-छात्राओं को भी टिफिन लाना मना है। ऐसे में अगर 6 घंटे की पढ़ाई सुनिश्चित हुई तो स्कूलों में अनिवार्य रूप से मध्यान भोजन बनाना होगा या फिर बच्चों को टिफिन लाने की छूट देनी होगी।

17 मार्च 2020 से बंद है ऑफलाइन पढ़ाई
झारखंड के प्राथमिक स्कूलों में पहली से पांचवीं तक की ऑफलाइन पढ़ाई 17 मार्च 2020 से ही बंद है। कोविड की वजह से प्रारंभिक स्कूल के बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जा रहा है। 20 माह होने को है यह बच्चे स्कूल नहीं आ सके हैं। हालांकि छठी से आठवीं के बच्चों को 24 सितंबर से स्कूल बुलाकर ऑफलाइन पढ़ाई कराई जा रही है वही नौवीं से 12वीं के छात्र छात्राओं की ऑफलाइन पढ़ाई 6 अगस्त से चल रही है। स्कूलों में छठी से बारहवीं तक के छात्र-छात्राओं का ऑफलाइन मंथली एसेसमेंट हो रहा है, जबकि तीसरी से पांचवी के छात्र छात्रा और  उनके अभिभावकों को प्रश्न पत्र उपलब्ध कराया जा रहा है। वह घर से उत्तर लिखकर स्कूल के ड्रॉप बॉक्स में डाल रहे हैं। सरकार इनकी भी ऑफलाइन मंथली टेस्ट लेने की तैयारी कर रही है।
 

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