नई दिल्ली
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पद संभालने के बाद सोमवार को पहली बार प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मुलाकात की और इसके साथ ही गुजरात में अगले विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी को मजबूत बनाने के लिए उन्हें कुछ टारगेट भी दे दिए गए। माना जा रहा है कि शीर्ष नेतृत्व की तरफ से पटेल को बता दिया गया है कि वे राज्य में लंबित प्रोजेक्ट्स को जल्द से जल्द पूरा करने के साथ ही नौकरशाही में भी सुधार करें ताकि जनता के बीच सरकार की छवि में सुधार हो।
कोरोना महामारी के बीच सरकार के ढुलमुल रवैये को लेकर आलोचनाओं के बाद पटेल को बताया गया है कि कैसे सख्ती से ब्यूरोक्रेसी में बदलाव करके सरकार की ऐसी छवि बनाई जाए जो जनता की सुनती हो। गुजरात की राजधानी गांधीनगर में 3 अक्टूबर को स्थानीय चुनाव होने हैं। इसके साथ ही अगले हफ्ते विधानसभा का दो दिवसीय मॉनसून सत्र भी बुलाया गया है। ऐसे में पार्टी का प्राइमरी फोकस इन्हीं दोनों पर रहने वाला है। जिन परियोजनाओं को पूरा करना सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है, उनमें सीमा दर्शन के लिए शुरू होने वाली नडाबेट परियोजना और कच्छ में भव्य रिन्यूएबल एनर्जी पार्क बनाना शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट को वाघा-अटारी सीमा के पैटर्न पर विकसित किया जा रहा है। आने वाले दिनों में गुजरात सरकार एक्शन मोड में दिखेगी। नई दिल्ली से मिले निर्देशों के बाद राज्य में जल्द से जल्द कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा।