वाशिंगटन
अफगानिस्तान में तालिबान सरकार को भले ही मान्यता नहीं मिल पाई हो, लेकिन रूस लगातार उसके संपर्क में है और उससे चर्चा कर रहा है। ऐसे ही एक घटनाक्रम में रूस तालिबान को अंतर्राष्ट्रीय वार्ता के लिए 20 अक्तूबर को मॉस्को में आमंत्रित करने जा रहा है। समाचार एजेंसी एएफपी के हवाले से ये खबर आई है।
दरअसल, रूस, चीन और पाकिस्तान तालिबान सरकार को वैश्विक मान्यता के लिए कवायद में लगे गैं। पिछले महीने सितंबर में तीनों देशों के दूतों ने तालिबान के साथ बैठक कर इस दिशा में रणनीति बनाई थी। साथ ही हामिद करजई व अब्दुल्ला अब्दुल्ला से भी इस बारे में बातचीत की थी।
तीनों दूतों ने तालिबान से समावेशी सरकार पर जोर देने के साथ ही आतंकवाद से लड़ने और मानवीय हालात सुधारने पर चर्चा की। समझा जाता है कि तालिबान को मान्यता दिलाने की कोशिशों के तहत ही तीनों देशों के दूतों ने ये बैठकें की थीं। एक चीनी अधिकारी ने बताया था कि तीनों दूतों ने तालिबानी पीएम मोहम्मद हसन अखुंद, विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी से मुलाकात की। साथ ही पहली बार विदेशी दूतों ने करजई और अब्दुल्ला से बात की थी।