पटना
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास शनिवार को लैंडमाइंस ब्लास्ट में शहीद हुए बेगूसराय के लाल लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन का पार्थिव शरीर रविवार की रात पटना एयरपोर्ट पहुंचा तो हर आंखें नम हो गईं। सेना के विशेष विमान से शहीद का पार्थिव शरीर जब स्टेट हैंगर में लाया गया तो सबकी आंखें डबडबा गईं। हर कोई शहीद ऋषि रंजन की बहादुरी के चर्चे में लगा था। स्टेट हैंगर में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने शहीद के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की और तिरंगे में लिपटे शहीद के शव को सलामी दी गई। मौके पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज मंत्री, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, सांसद सुशील मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, मंत्री जीवेश मिश्रा, डीजीपी एसके सिंघल, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, डीएम डॉ.चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी उपेन्द्र कुमार शर्मा सहित अन्य लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। यहां से विशेष वाहन के जरिये उनके पार्थिव शरीर को बेगूसराय के पिपरा मोहल्ला के लिये भेजा गया।
गौरतलब है कि शनिवार को जवानों के साथ राजौरी जिले के नौशेरा के लाम सेक्टर में कलाल एरिया पर सेना के जवान गश्त के दौरान नियंत्रण रेखा के पास एक लैंडमाइंस विस्फोट हो गया। इस घटना में एक लेफ्टिनेंट और चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पटना एयरपोर्ट पर लेफ्टिनेंट ऋषि के बहनोई और गांव के कुछ ग्रामीण भी आये थे। ऋषि मूल रूप से बेगूसराय के पिपरा मोहल्ला के रहने वाले थे। वे अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे। उनके पिता का नाम राजीव रंजन सिंह और मां सरिता देवी हैं। तीन भाई बहनों में ऋषि दूसरे नंबर पर थे। एक माह पूर्व ही उनकी पोस्टिंग हुई थी। शहीद लेफ्टिनेंट की बड़ी बहन भी सेना में मेजर के पद पर कार्यरत है।