जयपुर
मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने कहा कि गैस ग्रिड के दायरे में आने वाले जिलों में गैस आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और इस क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा।
श्री आर्य ने शुक्रवार को रीको द्वारा विकसित भीलवाड़ा के उखलिया और चित्तौड़गढ के सोनियाणा सिरेमिक जोन की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में श्री आर्य ने सबंधित विभागों के अधिकारियों को आपस में समन्वय बनाकर इस दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि राजस्थान सिरेमिक से जुड़े कच्चे माल का सबसे बड़ा उत्पादक है और गैस ग्रिड से ताप आधारित उद्योगों के लिए यह बेहतरीन डेस्टिनेशन बनेगा।
उद्योग एवं वाणिज्य सचिव श्री आशुतोष ए. टी. पेडणेकर ने प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि रीको द्वारा गैस ग्रिड के दायरे में आने वाले क्षेत्रों में ताप आधारित उद्योगों को ध्यान में रखते हुए विशेष जोन विकसित किए जा रहे हैं। बैठक में एसीएस माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल के साथ ही विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।