इंदौर
प्रदेश की एक मात्र नैक-ए ग्रेड प्राप्त देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) से संचालित कोर्स में 26 विदेशी विद्यार्थी प्रवेश ले सकते है। विभिन्ना कोर्स के लिए आए आवेदनों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्वीकृत कर दिए हैं। अब केंद्र सरकार से हरी-झंडी का इंतजार किया जा रहा है। कोर्स फीस के लिए इन विद्यार्थियों को सरकार की तरफ से छात्रवृत्ति आवंटित होगी। इन छात्र-छात्राओं ने मैनेजमेंट, डाटा साइंस, कम्प्युटर साइंस सहित अन्य कोर्स में दिलचस्पी दिखाई है। हालांकि कुछ विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय से पीएचडी के लिए आवेदन भेजे है, जिन्हें विश्वविद्यालय ने अभी रोक रखे हैं।
देशभर के शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ाने के लिए विदेशी छात्र-छात्राओं को इंडियन काउंसिल फॉर क्लचर रिलेशन (आइसीसीआर) के जरिए आवेदन करना होता है। सत्र 2021-22 के लिए करीब 78 विद्यार्थियों ने आनलाइन रजिस्ट्रेशन किए थे। अफ्रीकी और एशियाई देशों से अधिकांश छात्र-छात्राएं है। घाना, नेपाल, नाइजीरिया, केन्या, अफगानिस्तान, श्रीलंका और साउथ अफ्रीका से आवेदन मिले है। पांच डाटा साइंस, नौ मैनेजमेंट और शेष विद्यार्थी अलग-अलग कोर्स में प्रवेश लेंगे। इनकी फीस भारत सरकार की तरफ से विश्वविद्यालय को मिलेगी।
बढ़ेंगी आय
विदेशी विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप मिलने के बाद विश्वविद्यालय इन्हें प्रवेश देगा। यह राशि केंद्र सरकार की तरफ से मिलेगी, जो करीब 3500 डॉलर हो सकती है। इसके चलते विश्वविद्यालय की आय बढ़ने की उम्मीद है। ये छात्र-छात्राएं एमएससी डाटा साइंस, एमटेक डाटा साइंस, मैनेजमेंट सहित कई कोर्स में प्रवेश लेंगे।