सागर
व्यावसायिक उपयोग व अधिक लोड की खपत वाले बिजली कनेक्शनों पर कंपनी द्वारा सॉफ्टवेयर से नियंत्रित स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इन मीटरों की रीडिंग के लिए किसी कर्मचारी को मौके पर जाने की आवश्यकता नहीं होती है। बल्कि रीडिंग सीधे ही ऑफिस में बिल शाखा में दर्ज हो जाती है।
यही नहीं उपभोक्ता द्वारा बिल नियत अवधि में जमा नहीं करने पर कंपनी द्वारा ऑफिस से बैठे- बैठे ही बिजली आपूर्ति को शट डाउन किया जा सकता है। शहर संभाग में अब तक बिजली कंपनी 500 से अधिक स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। 10 किलोवॉट तक खपत वाले उपभोक्ताओं के कनेक्शन के लिए पहले चरण में यह स्मार्ट मीटर बदले जाएंगे। इनके बाद अन्य उपभोक्ताओं के कनेक्शन पर भी स्मार्ट मीटर लगाने की योजना पर काम चल रहा है। बिजली कंपनी द्वारा बिजली की चोरी रोकने, समय पर बिल के भुगतान और रीडिंग की व्यवस्था में सुधार के लिए पुराने मीटरों को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाने की कवायद शुरू की गई है। शुरूआती दौर में कंपनी अधिक खपत व व्यावसायिक उपभोक्ताओं के कनेक्शनों पर स्मार्ट मीटर लगा रही है।
यह होगा स्मार्ट मीटर लगाने का फायदा
सहायक अभियंता शुभम त्यागी ने बताया कि बिजली कंपनी को अधिक लोड वाले कनेक्शन पर स्मार्ट मीटर लगाने से तीन बड़े फायदे होंगे। एक तो कंपनी को इन मीटर की रीडिंग के लिए अलग से कर्मचारी को नहीं भेजना होगा। दूसरा रीडिंग में आने वाली मानवीय त्रुटि की आशंका भी खत्म हो जाएगी और तीसरा फायदा निर्धारित अवधि में बिल जमा नहीं करने पर कंपनी मीटर से बिजली की सप्लाई को कार्यालय से ही बंद और शुरू कर सकेगी। इससे मौके पर कनेक्शन बंद करने के दौरान होने वाली बहस – विवाद भी नहीं होंगे।