गौशालाओं को स्वावलम्बी बनाते हुए उनमें जनभागीदारी बढ़ाएं – स्वामी अखिलेश्वरानंद

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  • सभी गौशालाओं में आगामी गोपाष्टमी पर विविध कार्यक्रम होंगे आयोजित
  • राज्यस्तरीय गौसंवर्धन बोर्ड की बैठक संपन्न

मंडला
मध्यप्रदेश गौसंवर्धन बोर्ड की बैठक भोपाल में आयोजित की गई। गौसंवर्धन बोर्ड वर्किंग कमेटी के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद महाराज की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में गौवंश के संरक्षण, संवर्धन तथा गौवंश को आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में पशु चिकित्सा विभाग के डायरेक्टर राजेन्द्र प्रसाद लोहिया सहित संबंधित अधिकारी तथा प्रदेश के सभी जिलों से गौसंवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं सदस्य शामिल हुए।

बैठक में स्वामी अखिलेश्वरानंद जी महाराज ने शासकीय एवं निजी रूप चल रही गौशालाओं को स्वावलम्बी बनाने तथा उनमें जनभागीदारी बढ़ाने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बोर्ड के सदस्य गौशालाओं का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं में सुधार कराएं। साथ ही गौ धन की रक्षा के लिए गौपालकों को प्रेरित करें। वर्किंग कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि सड़कों पर घूमने वाली और निराश्रित गायों को गौशालाओं में भेजने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने सभी गौशालाओं में आगामी गोपाष्टमी पर विविध कार्यक्रम आयोजित करने के भी निर्देश दिए। पशु चिकित्सा विभाग के डायरेक्टर राजेन्द्र प्रसाद लोहिया ने गौसंरक्षण एवं संवर्धन के संबंध में चलाई जा रही शासन की योजनाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गौसेवकों द्वारा उठाए जाने वाले विषयांे पर विभाग द्वारा त्वरित कार्यवाही की जाएगी। श्री लोहिया ने गौ आधारित उत्पादों को प्रोत्साहित करने का भी आव्हान किया।

जर्सी गाय की तुलना में देशी गाय के दूध में प्रतिरोधक क्षमता अधिक
बैठक में सदस्य के रूप में शामिल हुए अनादि वर्मा ने देशी नस्ल की गाय एवं नंदी की प्रजाति को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि गौवंश पर हुए विभिन्न शोध में जानकारी प्राप्त हुई है कि जर्सी एवं अन्य विदेशी गायों के दूध से कैंसर सहित अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है, वहीं देशी गाय का दूध रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है वर्मा ने कहा कि पॉलीथिन खाने के कारण बड़ी संख्या में गायों की मृत्यु हो रही है जिस पर चिंता किया जाना आवश्यक है। उन्होंने गौसेवकों द्वारा नाली या बड़े नालों से रेस्क्यू कर निकाले गए गायों के तुरंत उपचार में आने वाली कठिनाईयों के संबंध में भी अपनी बात रखी।

ब्लॉक स्तर पर पशु एम्बुलेंस उपलब्ध कराने मिली सैद्धांतिक स्वीकृति
गौसंवर्धन बोर्ड के मंडला जिला उपाध्यक्ष गौपुत्र दिलीप चंद्रौल ने विकासखंड स्तर पर पशु एम्बुलेंस उपलब्ध कराने की मांग की जिस पर बोर्ड द्वारा सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान करते हुए अग्रिम कार्यवाही का आश्वासन दिया गया। श्री चंद्रौल ने निराश्रित गायों के व्यवस्थापन के संबंध में भी अपने सुझाव रखे। उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा बचा हुआ खाना घर के अन्य नुकसानदायक अपशिष्टों के साथ कचरे में फैंक दिया जाता है जिसे खाकर गाय के अंग कट जाते हैं और वह अत्यंत तकलीफदेय स्थिति के बाद मृत तक हो जाती है। इन गतिविधियों पर रोक लगाने के संबंध में चंद्रौल ने अपने सुझाव भी दिए।

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