मेडिकल की पी.जी. कक्षाओं के लिए भी हिन्दी में पुस्तकें विकसित की जाएंगी- मुख्यमंत्री चौहान

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  • मेडिकल की पुस्तकें हिन्दी में विकसित करने स्थापित वॉर रूम मंदार पहुँचे मुख्यमंत्री
  • गांधी चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल में स्थापित है वॉर रूम

भोपाल

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग के नेतृत्व में डॉक्टर्स और विशेषज्ञों की टीम ने मेडिकल की किताबों का अध्ययन कर उन्हें हिंदी में रूपान्तरित किया है। असंभव लगने वाले इस कार्य को चिकित्सा महाविद्यालय की टीम ने समय-सीमा में पूरा कर दिखाया है। मैं आज इस टीम से मिलने और बधाई देने विशेष रूप से आया हूँ। अभी प्रथम वर्ष की पुस्तकें तैयार हुई हैं। द्वितीय वर्ष की किताबों को भी बनाने का कार्य किया जा रहा है। यह कार्य पीजी कक्षाओं के लिए भी जारी रहेगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने गांधी चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल में मेडिकल की पुस्तकें हिंदी में विकसित करने के लिए स्थापित चिकित्सा शिक्षा विभाग के हिंदी प्रकोष्ठ वॉर रूम मंदार पहुँच
कर विषय-विशेषज्ञों से चर्चा में यह बात कही। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग भी उपस्थित थे।

बताया गया कि पुस्तकों के हिन्दी रूपांतरण का कार्य शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के संबंधित विषयों के प्राध्यापक तथा सह-प्राध्यापक द्वारा किया गया है। हिन्दी में पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए विषय निर्धारण समिति और सत्यापन कार्य के लिए विषय सत्यापन समितियों का गठन किया गया था। पाठ्यक्रम निर्माण में चिकित्सा छात्रों और अनुभवी चिकित्सकों के सुझाव शामिल किए गए हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने हिन्दी में पाठ्यक्रम तैयार करने वाली टीम के राज्य प्रमुख डॉ. लोकेन्द्र दवे से भेंट की। मुख्यमंत्री ने एनॉटामी, फिजियोलॉजी और बायोक्रेमेस्ट्री की पुस्तकें विकसित करने वाली टीम के डॉ. यशवीर, डॉ. देवेन्द्र चौधरी, डॉ. आशीष गोलिया, डॉ. अभिजीत यादव, डॉ. तृप्ति सक्सेना, डॉ. सुबोध पाण्डेय तथा डॉ. सोनिया बावेजा से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री चौहान ने समय-सीमा में यह कार्य पूर्ण करने के लिए टीम को बधाई और शुभकामनाएँ दी और हिन्दी में पुस्तकें विकसित करने की प्रक्रिया संबंधी जानकारी प्राप्त की।

 

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