भोपाल
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय प्रदेश के विद्यार्थियों को चांसलर स्कॉलरशिप आॅनलाइन आवंटित करेगा। स्कॉलरशिप में 60 फीसदी से ज्यादा छात्राएं शामिल हैं। सत्र 2019-20 में अपनी ब्रांच में प्रथम स्थान हासिल करने वाले विद्यार्थी शामिल हैं। आरजीपीवी ने एक दर्जन विवि को बुलाकर राज्यपाल मंगुभाई पटेल से स्कॉलरशिप देकर प्रक्रिया पूरी कर ली है। आरजीपीवी स्कॉलरशिप की योग्यता रखने वाले विद्यार्थी को बीस-बीस हजार के हिसाब से 54 लाख 60 हजार रुपए देगा।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल की उपस्थिति में आरजीपीवी ने एक दर्जन टापर विद्यार्थियों को बुलाकर बीस-बीस हजार रुपये के चेक तैयार कर आवंटित कर चुका है। शेष 261 विद्यार्थियों को दीक्षांत समारोह में बुलकार स्कॉलरशिप देने की तैयारी चल रही थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए कुलपति डॉ सुनील कुमार गुप्ता ने शेष विद्यार्थियों को आॅनलाइन स्कॉलरशिप देने का निर्णय किया है, जो जल्द ही विद्यार्थियों के एकाउंट में पहुंच जाएगी। इसके संबंध में कुलपति गुप्ता संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर चुके हैं।
2008 में चांसलर स्कॉलरशिप शुरू की गई थी, जो अध्यनरत विद्यार्थियों को दी जाती है। इसमें फर्स्ट से फोर्थ ईयर तक के हर ईयर के विद्यार्थियों को टॉप में प्रवेश करने पर ये स्कॉलरशिप दी जाती है। सिर्फ थ्यौरी एग्जाम टापर ही इसकी योग्यता रखते हैं। इसमें हरेक विद्यार्थी को बीस-बीस हजार रुपए चैक दिया जाता है। हर साल करीब 55 लाख रुपए स्कॉलरशिप में आवंटित होता है।
फार्मेसी सहित अन्य ब्रांच में दो हजार से ज्यादा विद्यार्थियों के प्रवेश पर टॉप टेन विद्यार्थी स्कॉलरशिप के हकदार होते हैं। वहीं दो हजार से कम प्रवेश होने वाले ब्रांच में सिर्फ एक ही विद्यार्थी को स्कॉलरशिप मिलती है। इसमें फायर टेक्नोलॉजी, बायोमेडिकल, ईआई, आटोमोबाइल, पेट्रोकेमिकल, टेक्सटाइल, आर्किटेक्चर शामिल है। इसके साथ यूआईटी की आठ ब्रांच का एक विद्यार्थी स्कॉलरशिप लेता है।