ऐसा क्या हुआ कि पुलिस को सांसद प्रतिनिधि के घर छापा मारना पड़ा ?

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मंदसौर
मंदसौर में सांसद प्रतिनिधि के घर दबिश देना पुलिस को भारी पड़ गया. पुलिस सट्टे की सूचना पर दबिश देने सांसद प्रतिनिधि के घर गई थी. इस मामले में एसपी सुनील कुमार पांडे ने दो कर्मियों SI जाया भारद्वाज और चौकी प्रभारी कपिल सोराष्ट्रीय को लाइन अटैच कर दिया और उसके बाद सरकारी आदेश पर एसपी सुनील कुमार का तबादला मंदसौर से भोपाल कर दिया गया.

सट्टा चलाने की सूचना पर पहुंची थी पुलिस
मामला मंदसौर के पिपलियामंडी चौकी क्षेत्र का है. यहां पुलिस को बड़े पैमाने पर सट्टा संचालित होने की सूचना मिली थी. सूचना पर पुलिस टीम ने पिपलियामंडी के रेलवे फाटक इलाके में राजू भांभी के घर छापा मारा. जहां जाकर पता चला कि सट्टे का कारोबार सांसद प्रतिनिधि दिलीप गोयल के घर से होता है. जिसके बाद बिना देर किए पुलिस की टीम सांसद प्रतिनिधि के घर पहुंच गई. हालांकि तलाशी लेने पर पुलिस को घर से कुछ नहीं मिला.

मंत्री जगदीश देवड़ा ने कराया हंगामा शांत
घर में तलाशी लेने से नाराज सांसद प्रतिनिधि और बीजेपी नेता दिलीप गोयल अपने समर्थकों के साथ चौकी पहुंच गए और जमकर हंगामा किया. बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि बिना सर्च वारंट के उनके घर में पुलिस कैसे घुसी. पुलिस की कार्रवाई से उनके मान-सम्मान पर चोट पहुंची है. इसी दौरान सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ता हंगामा करते हुए चौकी के सामने ही धरने पर बैठ गए. 3 घण्टे तक चले हंगामे के बाद कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र के विधायक, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा को फोन कर जानकारों दी. मंत्री ने अच्छा परिणाम मिलने का कहकर कार्यकर्ताओ को शांत रहने को कहा.

एसपी का दावा था 6 माह भी नहीं टिकूंगा
वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा के आश्वाशन के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा बंद कर दिया. वहीं देर शाम को एसपी ने चौकी प्रभारी कपिल सोराष्ट्रीय और महिला एसआई जाया भारद्वाज को लाइन अटैच ​कर दिया. इसके थोड़ी देर बाद ही सरकार के आदेश पर एसपी सुनील कुमार पांडे का तबादला भी मंदसौर से भोपाल सहायक पुलिस महा निरीक्षक के पद पर कर दिया गया. उनके स्थान पर श्योरपुर एसपी अनुराग सुजानिया को मन्दसौर भेजा गया. 4 सितम्बर 2021 को एसपी सुनील कुमार पांडे का तबादला मन्दसौर में हुआ था. 7 सितम्बर को उन्होंने चार्ज सम्भाला और 8 सितम्बर को पत्रकारों से रूबरू हुए थे. इस दौरान उन्होंने कहा था कि उनका रवैया नेताओं को पसन्द नहीं आता है इसलिए वे जिले में 6 माह से ज्यादा नहीं टिकने वाले. हुआ भी यही महज 5 महीने में ही उनका तबादला हो गया.

सत्ता पक्ष को पसंद नहीं था SP का रवैया
एसपी सुनील कुमार पांडे के तबादले को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है. सुनने में यह भी आ रहा है कि एसपी पांडे का रवैया स्थानीय सत्ता पक्ष के नेताओं को अच्छा नहीं लग रहा था. कई वरिष्ठ नेताओं की भी वो नहीं सुनते थे. जिले से दो मंत्री हैं जगदीश देवड़ा और हरदीप सिंह डंग. पिपलियामंडी का यह मामला प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा की विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा था. पिछले दिनों शराब कांड भी इसी मल्हारगढ़ क्षेत्र में हुआ था. जिसके बाद जिले में एसपी पांडे की आमद हुई थी और उनके आने के बाद से ही जिले में तस्करों, शराब माफियायों की कमर तोड़ने वाली कार्रवाई हे रही थी और माफियाओं में खौफ था.

 

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