टेरर फंडिंग मामले में एनआईए और ईडी ने मारे छापे, देश में सबसे बड़ी कार्रवाई

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भोपाल
टेरर फंडिंग मामले में एनआईए और ईडी ने गुरुवार को संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई की। दोनों एजेंसियों ने मध्यप्रदेश समेत 11 राज्यों में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी की है, साथ ही 106 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें चार लोगों को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया गया है। इस कार्रवाई के विरोध में पीएफआई के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं। कई जगह पुलिस से झड़प होने की जानकारी है।

आतंकवाद के खिलाफ अभियान में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार सुबह बड़ी कार्रवाई की। खबर है कि जांच एजेंसियों ने 11 राज्यों में पॉपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया यानी पीएफआई पदाधिकारियों के आवास और दफ्तरों पर रेड की है। इस दौरान 106 से ज्यादा कैडर को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई के बाद कर्नाटक, केरल में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया है।

खबर है कि एनआईए ने आतंकवाद में फंडिंग, ट्रैनिंग कैंप करने में शामिल लोगों के आवास और आधिकारिक ठिकानों पर तलाशी की है। एनआईए की रेड उत्तर प्रदेश, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में जारी है। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि जांच एजेंसियों ने करीब 11 राज्यों में प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर 106 कैडर्स को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा एनआईए ने तमिलनाडु में भी कोयंबटूर, कुड्डलोर, रामनाद, दिंडुगल, थेनी और थेनकाशी समेत कई जगहों पर पीएफआई के पदाधिकारियों के आवास पर रेड की है। इसके अलावा राजधानी चेन्नई में पीएफआई के प्रदेश मुख्यालय में भी तलाशी जारी है।  

जांच एजेंसियों ने पीएफआई के प्रदेश और जिला स्तरीय नेताओं के घर पर रेड की है। साथ ही इस बार एजेंसियों ने मलप्पुरम जिले के मंजेरी में पार्टी के चेयरमैन सलाम परद भी शिकंजा कसा है। सलाम के खिलाफ कार्रवाई के विरोध में पार्टी कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन जारी है। गुरुवार को बड़ी संख्या में जुटे कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। इन्हें नियंत्रण के लिए पुलिस को को भी सख्ती दिखानी पड़ी।

छापेमारी के दौरान एनआइए ने इंदौर से पीएफआइ के तीन लीडर को गिरफ्तार किया गया है, एडिशनल पुलिस कमिश्नर राजेश हिंगणकर ने इसकी पुष्टि की है। एक गिरफ्तारी अन्य स्थान से हुई है। इंदौर में जवाहर मार्ग स्थित पीएफआइ के आफिस में भी छापा मारा गया। एनआइए की टीम गुरुवार सुबह से देशभर में पीएफआइ के ठिकानों पर कार्रवाई कर रही है। इस दौरान टेरर फंडिंग से जुड़े दस्तावेज समेत साहित्य मिलने की बात सामने आ रही है। खरगोन में हुए दंगों में पीएफआइ के शामिल होने की बात कही जाती रही है। वहीं 17 फरवरी 2021 को उज्जैन में पीएफआइ ने अपने स्थापना दिवस पर सभा में आपत्तिजनक भाषा का उपयोग किया था। इसके पहले भी इंदौर में सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश में पीएफआइ से जुड़े लोगों पर कार्रवाई की जा चुकी है। पीएफआइ का संगठन मालवा-निमाड़ के इलाके में काफी एक्टिव बताया जाता है। गौरतलब है कि सिमी भी इसी इलाके में सक्रिय रहा है।

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